शाजापुर। रक्षा बंधन के त्यौहार पर बहनों ने अपने भाईयों को तिलक लगाकर उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा और स्नेह के धागे से भाई की कलाई को सजाते हुए भाई का मुंह भी मीठा कराया। वहीं भाईयों ने भी बहनों को उपहार के साथ-साथ सुरक्षा करने का वचन दिया। उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी रक्षा बंधन पर्व रविवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया और इसीके चलते भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए बहने लंबी दूरी तय कर भाई के पास पहुंची, जिसके चलते बाजार में भी रौनक बनी रही। गौरतलब है कि रक्षा बंधन पर्व के एक दिन पूर्व ही अधिकांश बहनों ने भाई की कलार्ई सजाने के लिए राखी की खरीदी करली थी, लेकिन रक्षा बंधन पर भी राखी और मिठाईयों के अलावा अन्य सामान की खरीदी की गई जिसके चलते बाजार में दिनभर रौनक बनी रही। इसीके साथ कपड़ा, मोबाईल शॉप पर भी खरीदी के लिए भीड़ बनी रही। बहनों ने पूजन के लिए कुमकुम और नारियल की भी खरीददारी की और यह सिलसिला शाम तक जारी रहा। इसके बाद बहनों ने भाईयों की कलाई पर राखी बांधी।
राखी बंधवाने भोपाल पहुंचे कथा वाचक
रक्षा बंधन पर्व पर बहने अपने भार्ईयों की कलाई पर स्नेह का धागा सजाने उनके घर पहुंची। वहीं जो बहनें किसी कारणवश भार्ई से मिलने नही आ सकीं उनसे लंबी दूरी तय कर भाई मिलने जा पहुंचे। शाजापुर के कथा वाचक पंडित लालशंकर मेहता भी अपनी 90 वर्र्षीय बहन से मिलने भोपाल पहुंचे और राखी बंधवाकर आशीर्वाद लिया। मेहता ने बताया कि वे 1971 से लगातार अपनी बहन से रक्षा सूत्र बंधवाने भोपाल पहुंचते हैं और इसी परंपरा के चलते वे इस बार भी भोपाल गए थे।
