शाजापुर। बिजली कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं को थमाए जा रहे मनमाने बिलों के विरोध में आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री के नाम शनिवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि मध्यप्रदेश में पहले से ही उपभोक्ताओं को महंगी बिजली की मार ने सताया हुआ है, और सरकार बिजली कंपनी के साथ सांठगांठ करके लोगों को लूट रही है, लगभग 15 महीने से लोग दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे वक्त में भी बिजली के दामों में 70 प्रतिशत की बेतहाशा वृद्धि अमानवीय है। ज्ञापन में मांग की गई कि बिजली बिलों को कम किया जाए। ज्ञापन सौंपते समय आप जिलाध्यक्ष ऋषि परमार ने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार बिजली 200 यूनिट तक हर व्यक्ति को मुफ्त दे रही है और वहां 400 यूनिट तक आधे दाम हैं। दिल्ली सरकार मध्यप्रदेश से बिजली खरीदकर लोगों को सस्ती बिजली उपलब्ध करा रही है, जबकि मध्यप्रदेश में बिजली का उत्पादन होने के बावजूद 200 यूनिट बिजली के लगभग 1500 रुपये और 400 यूनिट के लगभग 3200 रुपए जनता से वसूले जा रहे हैं। शिवराज सरकार द्वारा किसानों को भी महंगी बिजली दी जा रही है। ज्ञापन में प्रदेश सरकार को चेतावनी दी गई है कि यदि बिजली बिलों को कम नही किया गया तो प्रदेश में उग्र आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन देते समय जिला सचिव जिया लाला, भोजराज आचार्य, निर्मला सेंगर, गोरधन, वसीम, प्रेम कुशवाह, सलाउद्दीन शेख, कैलाश फुलेरिया सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
थमाए जा रहे मनमाने बिजली बिल
उल्लेखनीय है कि बिजली कंपनी द्वारा लोगों को मनमाने बिजली बिल थमाए जा रहे हैं। वहीं कार्यालय पर बिलों में संशोधन कराने पहुंचने वाले उपभोक्ताओं की भी सुनवाई नही की जा रही है। नतीजतन शहर के लोगों को आर्थिक बोझ उठाते हुए कंपनी द्वारा दिए गए मनमाने बिजली बिलों को भरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। फिलहाल आम आदमी पार्टी ने कंपनी से मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है और मांग पूरी नही होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
