शाजापुर। शहर में भव्य रूप से मनाए जाने वाले अनूठे प्राचीन और ऐतिहासिक कंस वधोत्सव के आयोजन को लेकर तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी हैं और इसीके चलते सोमवारिया बाजार कंस चौराहे पर अहंकारी कंस का पुतला तैयार कर सिंहासन पर बैठा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि देश में मथुरा के बाद शाजापुर शहर में बड़े पैमाने पर कंस वधोत्सव का आयोजन किया जाता है और इस कार्यक्रम को देखने के लिए शाजापुर के अलावा प्रदेश के कई जिलों से लोग आते हैं। गौरतलब है कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी पुरानी परंपरा का निर्वहन कर कल 24 नवंबर को कंस का वध किया जाएगा। आयोजन के सफल संचालन को लेकर कंस वधोत्सव समिति ने रूपरेखा तैयार करली है। मंगलवार को कंस एवं श्रीकृष्ण और उनकी सेना के बीच जबरदस्त वाकयुद्ध होगा। इसके बाद रात पुराना अस्पताल स्थित बालवीर हनुमान मंदिर से चल समारोह शुरू होगा। चल समारोह में युवकों व वरिष्ठजनों को श्रीकृष्ण व कंस के रूप में सजाया जाएगा। साथ में दोनों की सेना भी होगी जिसमें कृष्ण-कंस के अलावा बलराम, मनसुखा आदि शामिल होंगे। आजाद चौक में जमकर वाकयुद्ध होगा फिर चल समारोह नई सडक़, मगरिया होता हुआ सोमवारिया पहुंचेगा, जहां कंस के वध के पूर्व वाद-संवाद होगा। रात 12 बजे कंस के पुतले को लाठियों से पीटते हुए मंच से नीचे गिराया जाएगा, इसके बाद पुतले को घसीटते हुए अपने साथ ले जाएंगे। समिति सदस्यों ने बताया कि शहर में इस बार कंस वधोत्सव की परंपरा का 271वां साल है।
