शाजापुर। दलित समाज के लोगों ने जिम्मेदारों पर घर से बेघर किए जाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा है। मंगलवार को ग्राम बोल्दा में रहने वाले दलित परिवार के लोग समाजसेवी राधेश्याम मालवीय के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर बताया कि वे ग्राम बोल्दा में शासकीय भूमि सर्वे नंबर 328/3 रकबा 0.146 हेक्टेयर भूमि पर वर्षों से काबिज हैं और गुमटी आदि रखकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं, लेकिन गांव के कैलाश पित्ता महाराजसिंह परमार द्वारा गिरदावर पटवारी से मिलकर गलत सीमांकन कर उक्त शासकीय भूमि को निजी बताकर जबरन अवैध रूप से कब्जा कर लिया है और भूमि से दलित परिवार के लोगों को बेदखल कर दिया है। ज्ञापन में मांग की गई कि उक्त शासकीय भूमि से कैलाश का कब्जा हटाया जाए और दलित परिवार के लोगों को दोबारा से काबिज किया जाए। साथ ही शासकीय भूमि को निजी भूमि बताने वाले जिम्मेदारों पर भी कार्रवाई की जाए।
परिवार पर खड़ा हुआ आर्र्थिक संकट
कलेक्टर कार्यालय पहुंचे ग्राम बोल्दा के दलित परिवार का कहना है कि जिस शासकीय भूमि पर वे वर्षों से गुमटी रखकर अपने परिवार का लालन-पालन कर रहे थे, उक्त भूमि को पटवारी और गिरदावर ने मिलीभगत कर निजी बता दिया है। ज्ञापन में बताया कि भूमि को निजी दर्ज करने की वजह से दलित परिवार को वहां से हटा दिया गया है जिसके कारण परिवार पर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। मामले की जांच कर कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है।
