कलेक्टर कार्र्यालय पहुंचे परेशान ग्रामीण, बिजली व्यवस्था सुचारू करने की मांग
शाजापुर। जिला मुख्यालय से करीब 3 किमी दूरी पर बसे ग्राम पतौली में रहने वाले दलित मोहल्ले के रहवासी बीते एक माह से बिजली नही मिल पाने की वजह से अंधकार में जीवन यापन करने को मजबूर हैं। बिजली कंपनी के जिम्मेदारों से कई बार समस्या के निराकरण की गुहार लगा चुके ग्रामीणों ने अब कलेक्टर से उम्मीद की रोशनी के लिए आस लगाई है। ग्राम पतौली में रहने वाले दलित मोहल्ले के दर्जनों रहवासी गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और यहां ज्ञापन सौंपकर बताया कि गांव में एक बिजली ट्रांसफार्मर लगा हुआ है जिससे गांव में बिजली सप्लाई की जा रही है, जबकि गांव के दलित मोहल्ले में एक फेस की लाइट लगाई गई है जो हमेशा गुल रहती है। ज्ञापन में बताया कि बस्ती में करीब 1 माह से बिजली नही होने से अंधेरा है, जिसके कारण बच्चों को पढ़ाई करने में भी भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बस्ती में ट्रांसफार्मर लगाकर बिजली चालू करने की मांग की है।
पढ़ाई में रोढ़ा बन रहा अंधेरा
गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय शिकायत करने पहुंचे पतौली के ग्रामीणों ने बताया कि बीते एक माह से दलित बस्ती की बिजली गुल है और इस कारण छाया अंधेरा बच्चों की पढ़ाई में रोढ़ा बन रहा है। वर्तमान में कई बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं, ऐसे में बिजली नही होने की वजह से मोबाइल फोन समय पर चार्ज नही हो पा रहे हैं और इस कारण पढ़ाई करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि उनकी बस्ती में पहले एक फेस बिजली कनेक्शन था जिससे निर्धारित घंटे बिजली मिल जाती थी, लेकिन बीते एक माह से बिजली पूरी तरह से गुल हो गई और बस्ती में रहने वाले 50 घरों में अंधेरा छा गया। ग्रामीणों ने बस्ती में बिजली चालू किए जाने की मांग की है। शिकायत करते समय गोर्धनलाल, मांगीलाल, मानूलाल, नारायण, सुभाष, भेरूलाल, रामप्रसाद, जगदीशचंद्र सहित ग्रामीण मौजूद थे।