शाजापुर। नवसाक्षरों ने परीक्षा में शामिल होकर एक-दूसरे का उत्साहवर्धन किया। युवा और प्रौढ़ साक्षरता मिशन प्राधिकरण भारत सरकार द्वारा प्रदेश में साक्षरता दर बढ़ाने के लिए समस्त शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यस्क जो औपचारिक शिक्षा पूर्ण नहीं कर पाए हैं और औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने की उम्र पार कर चुके हैं, उनके निरक्षरता उन्मूलन के लिए साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत पढऩा लिखना अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान के तहत संपूर्ण जिले में नवसाक्षरों का मूल्यांकन 26 मार्च शनिवार को आयोजित किया गया, जिसमें साक्षरता केंद्रों में अक्षर साथियों द्वारा पढ़ाए गए नवसाक्षरों की बुनियादी साक्षरता का मूल्यांकन किया गया। जन शिक्षा केंद्र उमावि क्रमांक 2 शाजापुर के मूल्यांकन केंद्र माध्यमिक विद्यालय महालक्ष्मी में 54 नवसाक्षर साथियों के साथ वार्ड 28 काशीनगर की 80 वर्षीय भगवतीबाई ने पूर्ण उत्साह से मूल्यांकन में भाग लेकर सभी साथियों का उत्साहवर्धन किया। जनशिक्षा केंद्र के उक्त केंद्र सहित माध्यमिक विद्यालय सांपखेड़ा का अवलोकन जिला परियोजना समन्वयक आरएस शिप्रे, संकुल प्राचार्य अनिता श्रीवास्तव, बीएसी दीपक शर्मा, जन शिक्षक लोकेश राठौर ने कर नवसाक्षर साथियों को आगे भी अध्यापन जारी रखने हेतु प्रोत्साहित किया।
