शाजापुर। मध्यप्रदेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के आह्वान पर सोमवार को पूरे मध्यप्रदेश में जिला मुख्यालय पर शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम 10 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया। इसी कड़ी में शाजापुर आंगनवाड़ी जिलाध्यक्ष पवित्रा अशोक मीणा एवं भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में मांग की गई कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, 2018 से बढ़ाए गए मानदेय से प्रदेश सरकार द्वारा 1500 रुपए कम कर दिया गया था जिसे एरियर सहित वापस कार्यकर्ताओं को दिया जाए, 2020 की नई शिक्षा नीति में आंगनवाड़ी केंद्र पर जो शिक्षकों की नियुक्ति होना है उसमें योग्यता के आधार पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ही रखा जाए, मिनी आंगनवाड़ी को आंगनवाड़ी का दर्जा दिया जाए, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका को सीनियरता के आधार पर सुपरवाइजर के पद पर नियुक्त किया जाए, कोविड 19 में कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रही कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि एवं सम्मान पत्र पत्र दिया जाए, रिटायरमेंट पर कार्यकर्ता को 1,00000 रुपए दिए जाए और सहायिकाओं को 75000 सम्मान राशि दी जाए, आंगनवाड़ी में 5 साल से छोटे बच्चे आते हैं, उन्हें कोरोना के चलते आंगनवाड़ी केंद्रों पर नही बुलाते हुए घर पर ही पोषण आहार पहुंचाने की व्यवस्था की जाए, माह की प्रथम तारीख को कार्यकर्ता सहायिकाओं के खाते में मानदेय जमा किया जाए। साथ ही चेतावनी दी गई कि यदि मांगों को पूरा नही किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाए। ज्ञापन देते समय हरीशचंद ठोमरे, संजय नागर, अशोक राठौड़, गौरव सोनी, अशोक मीणा, भारती सक्सेना, उमा चंद्रवंशी, मणिलक्षकार, रितेश अग्रवाल, रानी सोनी सहित कार्यकर्ता और सहायिकाएं मौजूद थीं।
