शाजापुर। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर ने ग्वालियर जाते समय शाजापुर एवं देवास जिले के मप्र पॉ.ट्रां कंपनी के 132 केव्ही एवं 220 केव्ही उपकेन्द्रों का मध्य रात्रि में आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होने अधीक्षण यंत्री परीक्षण एवं संचार को निर्देश दिए की उपकेन्द्रों का सतत् निरीक्षण किया जाए, ताकि किसी भी आउटसोर्स कर्मचारियों का आर्थिक शोषण ना हो। साथ ही उन्होने आउट सोर्स कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखने के लिए भी कहा। ऊर्जा मंत्री तोमर ने आउटसोर्स कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नही निकाला जाएगा। साथ ही इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। उल्लेखनीय है कि ऊर्जा मंत्री तोमर ने मध्य रात्रि में सर्वप्रथम शाजापुर जिले के 132 केव्ही उपकेन्द्र मक्सी, देवास जिले के 132 केव्ही उपकेन्द्र आगरोद, 220 के व्ही उपकेन्द्र शाजापुर एवं 132 केव्ही उपकेन्द्र शाजापुर में आकस्मिक निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होने ठेकारत आउटसोर्स कर्मचारियों से व्यक्तिगत रुप से चर्चा की। कर्मचारियों द्वारा उन्हे बताया था कि ठेकेदार द्वारा उनके बैंक खाते में मासिक वेतन की राशि डालने के बाद लगभग 2000 से 2500 रुपये पुन: वापस ले लिए जाते हैं। ऊर्जा मंत्री तोमर ने इसे गंभीरता से लेते हुए चिंता जाहिर की और मौके पर ही प्रशासनिक अधिकारियों को बुलाकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही ऊर्जा मंत्री ने उपकेन्द्र निरीक्षण के दौरान अन्य व्यावस्थाओ का भी जायजा लिया। मंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद अधिकारियों द्वारा पीडि़तों के साथ रात्रि में ही पुलिस थाने जाकर एफआईआर दर्ज कराई गई। साथ ही मप्रपॉट्राकंलि के अधिकारियों द्वारा उपकेन्द्रों के प्रभारी अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी किया गया।
