शाजापुर। आसमान से बारिश के बरसने का सिलसिला फिलहाल थमा हुआ है, लेकिन काले बादलों की आवाजाही निरंतर बनी हुई है जिसके कारण अब सोयाबीन फसल पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। आसमान पर काली घटाओं के छाए रहने की वजह से जिले के गांवों में सोयाबीन फसल में अफलन की स्थिति निर्मित हो गई है, जिसके कारण किसान चिंतित हैं। गौरतलब है कि इस वर्ष किसानों ने महंगा बीज खरीद कर सोयाबीन फसल की बोवनी की थी, परंतु कड़ी मेहनत के बाद खेतों में लगाई गई सोयाबीन सहित अन्य खरीफ फसलों में काले बादलों के छाए रहने से अफलन की स्थिति पैद हो गई है। फसल में अफलन होने से परेशान ग्राम महेंदी और दास्ताखेड़ी के दर्जनों किसान बुधवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और यहां कलेक्टर दिनेश जैन को ज्ञापन सौंपकर फसल में हुए नुकसान का सर्वे कराए जाने की मांग की। किसानों ने बताया कि सूरज के समय पर नही निकलने और आसमान पर काले बादलों के जमे रहने से फसल में अफलन हो गई है और इस वजह से फसल में फूल-फलियां नही आई हैं। इसीके साथ पत्तों को भी इल्लियों ने चट करना शुरू कर दिया है।
प्रभावित हो सकती है पैदावार
उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष सोयाबीन फसल में भारी नुकसान हुआ था, जिसके चलते इस वर्ष बीज दो गुने दामों पर किसानों को बुआई के लिए खरीदना पड़ा। किसानों को उम्मीद थी कि इस बार अच्छी फसल होगी, लेकिन आसमान पर काले बादलों के छाए रहने से सोयाबीन फसल में इस बार भी अफलन की स्थिति बन गई है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष भी यदि मौसम के मिजाज चिंताजनक बने रहे तो सोयाबीन फसल की पैदावार प्रभावित होगी। फिलहाल किसानों ने फसल में नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।
