शाजापुर। शुजालपुर प्याज-लहसुन कृषि उपज मण्डी में निलामी के बाद व्यापारियों और किसानों के बीच बन रही विवाद की स्थिति को लेकर भारतीय किसान संघ द्वारा गुरुवार को शुजालपुर एसडीएम प्रकाश कसबे को ज्ञापन सौंपा गया। सौंपे गए ज्ञापन में किसान नेताओं ने बताया कि मंडी में निलामी के समय जो पर्ची बनती उसे व्यापारी के तोल कांटे पर हल्का बताकर विवाद किया जाता है। 18 अगस्त को भी जामनेर के कृषक कमल पिता ओमप्रकाश पाटीदार के प्याज का दाम निलामी में 1672 रुपए लगाया गया, लेकिन मण्डी कर्मचारी द्वारा 1652 रुपए की ही निलामी पर्ची बनाई गई, जबकि भाव पर्ची में 1672 रुपए ही दर्ज किया गया। इसके बाद फड़ पर जब किसान ने पर्ची में सुधार करने का कहा तो व्यापारी द्वारा मना कर दिया गया और दोबारा से निलामी कर 1550 रुपए के भाव में प्याज खरीदा गया जो विवाद होने पर 1625 के दाम में खरीदा गया। ज्ञापन में मांग की गई कि मंडी में चल रही मनमानी पर रोक लगाई जाए और व्यापारियों को निर्देशित किया जाए कि वे पारदर्शिता के साथ निलामी करें, नीलाम पर्ची बनने के बाद किसान की कोई जिम्मेदारी नही होगी पूरी जिम्मेदारी व्यापारी की रहेगी। साथ ही ज्ञापन में बताया कि शुजालपुर मण्डी में उपज तोलने के बाद 100 से 900 ग्राम को तोल में नहीं जोड़ा जा रहा है, इसमें सुधार किया जाए। ज्ञापन देते समय बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे। उक्त जानकारी जिला मीडिया प्रभारी मुकेश पाटीदार ने दी।
