शाजापुर। राज्यमंत्री के भाई के द्वारा बैंक कर्मचारी के साथ की गई मारपीट के विरोध में सिंधी सेंट्रल पंचायत ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई किए जाने की मांग की। सोमवार को सिंधी सेंट्रल पंचायत भोपाल के बैनरतले समाजजन शाजापुर पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव के पास पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर बताया कि 15 जुलाई 2021 को सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया की पोचानेर शाखा में पदस्थ कर्मचारी नरेश फुलवानी के साथ प्रदेश के शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार के भाई और समर्थकों ने गाली-गलौज कर मारपीट की घटना को अंजाम दिया। इतना ही नही मंत्री परमार ने भी स्वयं कर्मचारी को जान से मारने और उसे निलंबित कराने तथा नौकरी से निकलवाने की धमकी दी। कर्मचारी की मोटरसाइकल भी आरोपियों ने लूट ली, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई करने की बजाय पीडि़त बैंक कर्मचारी के विरुद्ध ही एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। ज्ञापन में मंत्री परमार के भाई हरिप्रसाद परमार और उसके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने तथा थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग की गई। साथ ही बैंक कर्मचारी पर की गई एफआईआर को निरस्त किए जाने की मांग भी की गई।
बैंक कर्मी की नही हो रही सुनवाई
पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे सिंधी पंचायत के सदस्यों ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि बैंक कर्मचारी के साथ मंत्री के भाई ने मारपीट की और राजनीतिक दबाव बनाकर झूठी एफआईआर भी दर्ज करा दी। झूठी एफआईआर की जांच को लेकर बैंक कर्मचारी ने शिकायती आवेदन भी दिया जिसकी जांच भी करली गई, लेकिन 25 दिन बाद भी मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की। बैंक कर्मचारी के खिलाफ की गई झूठी एफआईआर को निरस्त किया जाए और कार्रवाई करने वाले टीआई को तत्काल बर्खास्त किया जाए। साथ ही मंत्री के भाई और उसके साथियों पर मारपीट का मुकदमा दर्ज किया जाए।
