शाजापुर। आज की युवा पीढ़ी मादक पदार्थों के सेवन की ओर ज्यादा आकर्षित हो रही है। यदि समय रहते हम सचेत नहीं हुए तो युवा पीढ़ी खोखली हो जाएगी। नशा रूपी दानव को रोकने हेतु समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा। यह बात आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत अंकुर प्रगतिशील महिला केंद्र द्वारा सामाजिक न्याय विभाग के सहयोग से जिला मुख्यालय पर आयोजित मद्य निषेध सप्ताह के समापन पर शुक्रवार को मुख्य अतिथि के रूप में अपर कलेक्टर मंजूषा राय ने कही। उन्होने कई प्रसंगों के माध्यम से विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने एवं नशामुक्त समाज बनाने में योगदान देने की अपील भी की। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में न्यायाधीश सुश्री उर्वशी यादव, प्रभारी उपसंचालक सामाजिक न्याय निशा मेहरा, एसडीओपी पुलिस दीपा डोडवे, जगदीश भावसार मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजेंद्र देवड़ा ने की। इस दौरान न्यायाधीश देवड़ा ने कहा कि मादक पदार्थों का नशा घातक है। नशा करना ही है तो समाजसेवा का करें, देशसेवा का करें, पर्यावरण संरक्षण का करें और स्वच्छ भारत बनाने का करें। स्वागत भाषण समाजसेवी गायत्री विजयवर्गीय ने दिया। कार्यक्रम में अतिथियों ने नशे के दुष्परिणामों के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं नशा नहीं करने की समझाईश स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थियों को दी। इस मौके पर रग्बी ऐसोसिएशन शाजापुर के सदस्यों ने एक मिनिट का मजा, जीवन भर की सजा, नामक लघुनाटिका के माध्यम से नशे के खिलाफ जनजागृति का संदेश दिया।
कार्यक्रम में अपर कलेक्टर ने नशा नहीं करने एवं नशामुक्ति के लिए कार्य करने की शपथ उपस्थितजन को दिलवाई। साथ ही अतिथियों द्वारा सप्ताहभर में स्कूलों, कॉलेजों में आयोजित ड्राईंग प्रतियोगिता के पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र विद्यार्थियों को प्रदान किए गए। कार्यक्रम में सामाजिक न्याय विभाग, विधिक सेवा प्राधिकरण एवं टीम चाईल्ड लाईन का सहयोग रहा। अतिथियों को स्मृति चिन्ह सीमा शर्मा ने प्रदान किए। संचालन ओपी विजयवर्गीय ने किया तथा आभार प्राचार्य पॉलीटेक्निक कॉलेज गायत्रीसिंह ने माना।
