शाजापुर। आमजन को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिले में निरंतर जागरूकता शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को राष्ट्रीय महिला आयोग एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में महिला सशक्तिकरण के लिए विधिक जागरूकता शिविर का शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय शाजापुर में आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ सचिव अपर जिला जज राजेन्द्र देवड़ा द्वारा सरस्वती माता के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस मौके पर उन्होने समाज के कमजोर एवं वंचित वर्गों की न्याय तक पहुंच आसान बनाने और कोविड 19 के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किए कार्यों के बारे में जानकारी दी। साथ ही महिलाओं को अपने अधिकारों, कानून के प्रति जागरूक करने हेतु प्रेरित किया। उन्होने कहा कि महिलाओं को उनकी सुरक्षा के लिए बनाए गए कानून, शिकायतों के निवारण के लिए न्याय वितरण प्रणाली से अवगत होना बेहद जरूरी है और इसीके चलते विधिक सेवा द्वारा महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने हेतु शिविर लगाए जा रहे हैं। शिविर में वन स्टाप सेन्टर की प्रशासक नेहा जयसवाल ने संविधान में महिलाओं को प्रदान किए मूल अधिकारों, संवैधानिक उपायों, पारिवारिक कानूनों, फौजदारी एवं दीवानी कानूनों, श्रम कानूनों, महिलाओं बंदियों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान जिला प्राधिकरण द्वारा योजनाओं से संबंधित पंपलेट्स भी महिलाओं को वितरित किए गए। शिविर में शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय प्राचार्य गायत्रीसिंह ने कहा कि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और अपनी बहन बेटियों को भी सुरक्षा सहित अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करें। इस दौरान महाविद्यालय स्टॉफ सहित बड़ी संख्या में आमजन मौजूद थे।
