शाजापुर। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस को खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा खेल दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर रविवार को स्टेडियम मैदान में सुबह 9 बजे कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में आरआई पुलिस विक्रमसिंह भदौरिया मंचासीन थे। वहीं विशेष अतिथि विवेक दुबे, महेन्द्र सोनी रहे। इस मौके पर मुख्य अतिथि भदौरिया ने मेजर ध्यानचंद के व्यक्तित्व पर परिचर्चा कर उनके जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पल पर प्रकाश डाला। उन्होने बताया कि मेजर ध्यानचंद की प्रारंभ से ही हॉकी खेल में बड़ी रूची रही और उन्होने ओलम्पिक खेल में भारत को सन् 1928 लांसएंजिल में, 1932, एमस्टरडम में और 1936 बर्लिन ओलम्पिक में स्वर्ण पदक दिलाए। उन्होने कहा कि जापान, हॉलैण्ड, तथा जर्मनी ने मेजर ध्यानचंद की हॉकी को तोडक़र देखा कि कहीं इसमें चुम्बक तो नही है, इसके बाद जर्मनी के हिटलर ने मेजर ध्यानचंद को अपनी सेना में जनरल का पद ऑफर किया, लेकिन उन्होने अपने देश प्रेम के लिए हिटलर के ऑफर को ठुकरा दिया। कार्यक्रम के दौरान जिले के बॉस्केटबाल संजय मण्डलोई, वॉलीवाल सोनू मालवीय, फैजान पठान, प्रांजल दीक्षित, ऐथलेटिकस खिलाड़ी मनीष मालवीय जिन्होने नेशनल प्रतियोगिताओं में सहभागिता कर पदक प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया उन्हे पुष्प माला पहनाकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर खिलाडिय़ों ने मलखंब का डेमोशट्रेशन दिया। इस अवसर पर अजीत पाराशर, योगेश भावसार, विजय ठाकुर, प्रवीण दीक्षित, गौरव वर्मा, लोकेश नायक, कमलेश करवा, सतीष गवली सहित खिलाड़ी उपस्थित थे।
