शाजापुर। जिला अस्पताल के नव निर्मित बाल गहन चिकित्सा इकाई पीआइसीयू के निरीक्षण के दौरान ऑक्सीजन पाईप लाइन में लिकेज मिलने पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग राज्यमंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री बृजेन्द्रसिंह यादव ने नाराजगी व्यक्त करते हुए व्यवस्थाओं में तत्काल सुधार करने के निर्देश सिविल सर्जन को दिए। प्रभारी मंत्री यादव ने शुक्रवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण कर कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से बचाव के लिए की जा रही तैयारियों की व्यवस्थाओं को देखा। प्रभारी मंत्री ने अस्पताल के बाल गहन चिकित्सा इकाई का निरीक्षण किया। इस दौरान ऑक्सीजन लाइन में लिकेज होने तथा ऑक्सीजन का फ्लो सही नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सिविल सर्जन स्वयं जाकर ऑक्सीजन के एक-एक पाइंट का निरीक्षण करें, किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहना चाहिए। एक छोटी सी लापरवाही के कारण बड़ा नुकसान हो सकता है, इसकी गंभीरता का ध्यान रखें। यह सिविल सर्जन की जवाबदारी है कि अस्पताल की व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त रहें। निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री ने पूछा कि ऑक्सीजन लाइन की फिटिंग कब हुई, उस समय परीक्षण क्यों नहीं किया गया। उन्होने कहा कि सरकार का प्रयास है कि सरकारी अस्पताल प्रायवेट अस्पतालों से बेहतर कार्य करें, इसके लिए संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं। संसाधनों का दोहन करना स्थानीय व्यवस्थाओं पर निर्भर करता है। संसाधनों का बेहतर उपयोग हो यह स्वास्थ्य विभाग को सुनिश्चित करना है। इसके उपरांत उन्होने चिकित्सालय के ही शौचालय का भी अचानक निरीक्षण किया। यहां व्याप्त गंदगी, बदबू और छत से पानी की लिकेज को देखते हुए उन्होने सिविल सर्जन को तत्काल व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। प्रभारी मंत्री यादव ने वर्तमान में कार्यरत बाल गहन चिकित्सा इकाई और जच्चा-बच्चा वार्ड का भी निरीक्षण किया। इस मौके पर कलेक्टर दिनेश जैन, पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव, अम्बाराम कराड़ा, अरूण भीमावद, सीएमएचओ डॉ राजू निदारिया, सिविल सर्जन डॉ बीएस मैना सहित चिकित्सक उपस्थित थे।
