शाजापुर। कार्रवाई के नाम पर एक बार फिर से नगरपालिका के जिम्मेदारों ने लोगों को बेरोजगार करने का बीड़ा उठा लिया है और इसीके चलते बस स्टैंड क्षेत्र में जिम्मेदारों ने कार्रवाई करते हुए फूटपाथ पर व्यापार कर रहे व्यापारियों का सामान जब्त कर लिया। गौरतलब है कि कोरोना कफ्र्यू लोगों के रोजगार को पहले ही लील चुका है। वहीं अब जबकि स्थिति सामान्य होने लगी है और लोग अपने परिवार के भरण-पोषण करने के लिए फूटपाथ पर ठेला, गुमटी रखकर व्यापार कर रहेे हैं तो नगरपालिका के जिम्मेदारों को यह बात भी हजम नही हो रही है और यही कारण रहा कि मंगलवार को नगरपालिका का अमला पुलिसबल के साथ शहर के बस स्टैंड पर जा पहुंचा और यहां ठेला-गुमटी रखकर फल-सब्जी बेच रहे व्यापारियों पर कार्रवाई करते हुए सामान जब्त कर लिया। प्रशासन की इस कार्रवाई से व्यापारियों में खासा रोष नजर आया और इसी को लेकर अधिकारियों और व्यापारियों के बीच जमकर तूतू-मैंमैं भी हुई।
रोजगार पर चली नपा की जेसीबी
कार्रवाई के नाम पर एक बार फिर नगरपालिका के जिम्मेदारों ने गरीबों के रोजगार पर तानाशाही की जेसीबी चला दी। अतिक्रमण हटाने के नाम पर जिम्मेदारों ने गरीबों के रोजगार पर कार्रवाई का डंडा चलाते हुए परेशान करने का काम दित किया। एसडीएम, तहसीलदार के साथ मुख्य नगरपालिका अधिकारी भूपेंद्र दीक्षित बस स्टैंड क्षेत्र पहुंचे और पुलिसबल की मौजूदगी में व्यापारियों की अस्थाई गुमटी, ठेलों को जब्त कर लिया। इस दौरान नपा अधिकारी के बिगड़े बोल के कारण व्यापारियों से विवाद भी हो गया, जो पुलिस हस्क्षेप के बाद शांत हुआ। व्यापारियों का कहना है कि बढ़ती महंगाई ने कमर तोड़ रखी है। फूटपाथ पर कारोबार कर बमुश्किल परिवार का भरण-पोषण करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में मदद की बजाय प्रशासन बेरोजगार करने पर तूला हुआ है। पहले कोरोना कफ्र्यू ने घरों में बेरोजगार कर बैठाए रखा और अब स्थिति सामान्य होने पर नपा कारोबार नही करने दे रही है। व्यापारियों का आरोप है कि नपा अधिकारी ने अस्थाई दुकानों को अतिक्रमण बताकर हटा दिया, जबकि पक्के अतिक्रमण उन्हे दिखाई नही दे रहे हैं। साथ ही व्यापारियों ने आरोप लगाया कि सीएमओ ने गाली-गलौच भी की।
