शाजापुर। अतिवर्षा के दौरान बाढ़ के हालात उत्पन्न होने पर लोगों की जान बचाई जा सके, इसको लेकर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी होमगार्ड और एसडीआरएफ के जवानों को चीलर बांध पर तीन दिनों का डूबते को बचाने का अभ्यास कराया गया। जिला सेनानी होमगार्ड विक्रमसिंह मालवीय ने बताया कि बाढ़ जैसी आपदा आने पर उसके प्रबंधन की आवश्यकता होती है जिसके लिए जवानों का कुशल प्रशिक्षित होना बेहद जरूरी है, अन्यथा नुकसान होने की ज्यादा संभावना होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए चीलर बांध पर जवानों को बाढ़ के दौरान रेस्क्यू के लिए प्रशिक्षित किया गया। उल्लेखनीय है कि मानसून की दस्तक होने को है, ऐसे में अधिक वर्षा होने पर जिले के कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात निर्मित होने की संभावना भी बनी रहती है। इस विपदा की घड़ी में लोगों के जानमाल की सुरक्षा की जा सके इसके लिए होमगार्ड और एसडीआरएफ जवानों को प्रशिक्षित किया गया। जवानों ने चीलर बांध पर प्लाटून कमान्डर सुश्री नम्रता सरावत के मार्गदर्शन में बाढ़ से निपटने का गुर सीखे। सरावत ने बताया कि बाढ़ के दौरान जो लोग डूब गए हैं उनकी सर्चिंग कैसे की जाए और डूबते हुओं को तुरंत ही कैसे बचाए जाए इसको लेकर प्रशिक्षण 14 जून से जवानों को दिया जा रहा था, जिसका 16 जून बुधवार को समापन हुआ।
18 जून तक मानसून की संभावना
बीते दो-तीन दिनों से आसमान पर काले बादलों की आवाजाही बनी हुई है और यह बदरा हल्की बूंदों के साथ भी कुछ देर बरस रहे हैं। हालांकि मानसून की दस्तक में अभी देर है। मौसम विशेषज्ञ सत्येंद्र धनोतिया ने बताया कि शाजापुर में संभवत: 18 जून तक मानसून की दस्तक हो सकती है, जिसके बाद झमाझम बारिश का सिलसिला जारी हो जाएगा और लोगों को भीषण गर्मी से निजात मिल जाएगी।
