टैक्स कम नही होने पर देशभर में होगा चरणबद्ध आंदोलन
शाजापुर। केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी टैक्स में बढ़ोत्तरी किए जाने को लेकर जूता व्यापारियों में रोष व्याप्त है और इसीके चलते उन्होने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। बुधवार को शहर के जूता व्यापारी छोटा चौक में जमा हुए और यहां उन्होने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जूता व्यापारियों ने बताया कि मोदी सरकार द्वारा जूता-चप्पल पर जीएसटी टैक्स को बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया है जिससे आमजन के साथ ही व्यापारी वर्ग पर भी बोझ बढ़ रहा है। ऐसे में सरकार अपने गलत निर्णय को वापस ले और जीएसटी टैक्स पुन: 5 प्रतिशत करे। व्यापारियों का कहना है कि किसी भी शर्त पर सरकार की मनमानी नही चलने दी जाएगी। व्यापारियों ने चेतावनी भी दी है कि यदि सरकार ने टैक्स में कमी नही की तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान व्यापारियों ने कहा कि देश की अर्थ व्यवस्था पहले ही चौपट है। कारोबार बेहद मंदी के दौर से गुजर रहे हैं और केंद्र सरकार राहत देने की बजाय जीएसटी में बढ़ोत्तरी कर जनता के साथ ही व्यापारियों पर भी अन्याय करने का काम कर रही है। सरकार द्वारा पहले कपड़ा व्यापार पर टैक्स बढ़ाया गया था जो विरोध होने पर कम किया गया है। वहीं अब जूता व्यापारियों को सरकार मुसीबत में डालने का काम कर रही है। व्यापारियों ने मांग की है कि मनमाने ढंग से टैक्स में की गई बढ़ोत्तरी को वापस लिया। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में जूता-चप्पल व्यापारी मौजूद थे।
देशभर में होगा आंदोलन
केंद्र सरकार द्वारा जूता पर जीएसटी टैक्स 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया है, जिसको लेकर जूता व्यापारियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। यही कारण रहा कि बुधवार को शहर के जूता कारोबारियों ने छोटा चौक में जमा होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसीके साथ चेतावनी भी दी कि यदि सरकार ने टैक्स बढ़ाने के अपने गलत निर्र्णय को वापस नही लिया तो देशभर में अनिश्चिकालीन आंदोलन शुरू हो जाएगा। शाजापुर जूता एसोसिएशन के विनोद पाटीदार ने बताया कि सरकार द्वारा लगातार मनमानी की जा रही है और इसीके चलते जूता कारोबार पर जीएसटी बढ़ाकर 12 प्रतिशत की गई है, जिसके विरोध में जूता व्यापारियों ने शाजापुर में अपनी दुकानें बंद रखकर प्रदर्शन किया। मांग पूरी नही होने पर आगामी दिनों में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा।