पंडालों के साथ घर-घर विराजे गजानन श्रीगणेश, अस्पताल में किया 3100 लड्डू का वितरण
शाजापुर। गौरीपुत्र श्रीगणेश की आराधना का दस दिवसीय पर्व पंडालों में प्रतिमाएं स्थापित करने के साथ आरंभ हो गया। इस दिन विधि-विधान के साथ घर-घर भी मंगलमूर्ति की स्थापना की गई। शुक्रवार को स्थानीय आजाद चौक में सुबह से ही चहल-पहल देखने को मिली और गजानन गणेश की छोटी से लेकर बड़ी प्रतिमाओं को भक्त घर ले जाने के लिए उत्साहित दिखाई दिए। एक ओर जहां कुछ लोग सपरिवार मंगल मूर्ति को लेने के लिए पहुंचे तो कुछ ने बच्चों की पसंद का भी ख्याल रखा। अधिकांश घरों में गजानन को सुबह 12 बजे के पूर्व ही विराजमान किया गया तो पंडालों में स्थापना का आयोजन दिनभर चला। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी लोगों ने घरों के साथ-साथ अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर मंगल मूर्ति की प्रतिमाएं स्थापित की और मोदक के लड्डू का भोग लगाया।
अस्पताल में 3100 लड्डूओं का किया वितरण
गणेशोत्सव के शुभारंभ पर जिला अस्पताल में समाजसेवी अभिषेक जैन, आसमा जैन और ओपीडी कर्मचारियों ने गणपति बप्पा की प्रतिमा स्थापित की। इस दौरान आसमा जैैन परिवार की ओर से बप्पा को 3100 लड्डूओं का भोग लगाकर प्रसादी के रूप में मरीज और उनके परिजनों में वितरण किया गया। उल्लेखनीय है कि जिलेभर में गणेश चतुर्थी को लेकर भक्तों में खासा उत्साह रहा और इसीके चलते बप्पा के स्वागत में दिनभर भक्त जुटे रहे। कहीं बप्पा के लिए आकर्षक सिंहासन बनाए गए तो कहीं पंडाल सजाकर आराधना की गई।
खुब बिके लड्डू और मोदक
शहर के आजाद चौक और तालाब की पाल पर श्रीगणेश की प्रतिमा लेने के लिए सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगना शुरू हो गई थी और भक्त दिनभर छोटी-बड़ी गणेश प्रतिमाएं पसंद करते नजर आए। इसीके साथ गणेश चतुर्थी के दिन बाजार में विघ्नहर्ता के प्रिय लड्डू और मोदक की भी जमकर खरीदी हुई। होटल संचालकों ने गणेश चतुर्थी के लिए विशेष तैयारियां की हुईं थीं। होटल व्यापारी ने बताया कि मंगलमूर्ति को भोग लगाए जाने वाले लड्डू और मोदक 100 रुपए से लेकर 350 रुपए प्रतिकिलो तक दाम पर बिके।