शाजापुर। मानसून की मेहरबानी के चलते लबालब हुए चीलर बांध से किसानों को सिंचाई हेतु दो नहरों के माध्यम से पानी दिया जाना शुरू कर दिया गया है। पहली नहर 10 नवंबर से शुरू हो चुकी है और दूसरी नहर से 13 तारीख को पानी शुरू कर दिया है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष हुई अच्छी बारिश के बाद से सभी जल स्त्रोत लबालब हो गए हैं और चीलर बांध भी अपने पूरे जल भराव पर है। ऐसे में इस वर्ष भी नहरों के माध्यम से लगभग 37 गांवों के किसानों को सिंचाई हेतु पानी दिया जा रहा है। जल संसाधन विभाग के एसडीओ आरसी गुर्जर ने बताया कि अच्छी बारिश के बाद बांध पूरा भरा चुका है और इसी के चलते किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने हेतु पहले दोनों नहर को चालू किया गया है। गुर्जर ने बताया कि दोनों नहरों के माध्यम से 37 गांवों की करीब 5238 हैक्टेयर भूमि में सिंचाई हेतु पानी पहुंचाया जा रहा है। अच्छी बारिश से इस वर्ष किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा। नहरों के माध्यम से किसानों को 40 दिनों तक निरंतर पानी दिया जाएगा। नहरों से पानी मिलने के बाद किसान रबी फसल की तैयारी में पूरी तरह से जुट गए हैं। हालांकि कुछ किसान बोवनी कर चुके हैं, वहीं जो किसान बाकि रह गए थे वे नहरों से पानी मिलने के बाद अपनी बुआई का काम कर रहे हैं।
नहरों से इन गांवों को मिलेगा लाभ
उल्लेखनीय है कि चीलर बांध में दाईं और बाईं दो नहरों से 37 गांवों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। दाईं नहर 21.40 किमी है, जिससे सांपखेड़ा, मझानिया, बज्जाहेड़ा, लखमनखेड़ी, भरड़, टुकराना, छापीहेड़ा, लोहरवास, बनाखेड़ी, दिलोदरी, छतगांव, चौंसला आदि गांवों में पानी दिया जा रहा है। वहीं बाईं नहर 11.20 किमी है, जिससे मूलीखेड़ा, गिरवर, शाजापुर, पतोली, भदोनी, सतगांव, हरणगांव, नरणगांव, नारायण गांव, शंकरखेड़ा, गवलियाखेड़ी, रागबेल, टूंगनी आदि गांवों में पानी दिया जा रहा है। इसके अलावा डूब के पास बसे गांवों में भी पानी लिफ्ट किया जाएगा।
