शाजापुर। जिले में संचालित हो रहे सभी आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक एवं यूनानी चिकित्सालयों में चिकित्सक मरीजों की संख्या बढ़ाने पर जोर दें। यह बात कलेक्टर दिनेश जैन ने गतदिनों जिले के सभी आयुष चिकित्सकों के साथ संपन्न हुई बैठक में कही। इस दौरान जिला आयुष अधिकारी डॉ दाताराम जयंत भी मौजूद थे। कलेक्टर ने सभी चिकित्सकों से कहा कि अपनी कार्यक्षमता में वृद्धि करते हुए चिकित्सा केन्द्रों पर मरीजों की संख्या बढ़ाएं। उन्होने कहा कि सभी चिकित्सकों को सकारात्मक विचारों के साथ लक्ष्य लेकर चलना होगा, तब ही आयुष की ओर लोग आकर्षित होंगे और अपना उपचार कराएंगे। मरीजों की संख्या बढ़ाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से शिविर लगाएं, इससे पहचान स्थापित होगी। लोगों को जानकारी मिलेगी कि सरकार उनके लिए आयुष विभाग के माध्यम से उपचार की सुविधाएं दे रहा है और आयुष के उपचार से लाभ मिलने लगेगा तो वे आकर्षित होंगे। कलेक्टर ने कहा कि आयुष को सभी चिकित्सक एवं अन्य स्टॉफ मिलकर आगे लेकर जाएं। डिस्पेंसरीज में यदि भूमि उपलब्ध हो तो हर्बल गार्डन विकसित करें। कलेक्टर ने जिले में स्वीकृत हुए हैल्थ एंड वेल्नेस सेंटर की कार्यप्रणाली के बारे में भी जानकारी ली। इस मौके पर विभिन्न आयुष औषधालयों में पदस्थ चिकित्सकों तथा स्टॉफ ने जर्जर भवनों एवं स्टॉफ की कमी के बारे में अवगत कराया। कलेक्टर ने जिला आयुष अधिकारी से कहा कि सभी जर्जर औषधालय भवनों की जानकारी एकत्रित करके दें, जिन स्थानों का किसी अन्य विभाग या ग्राम पंचायत का भवन रिक्त होगा, वहां आयुष औषधालय संचालित कराया जाएगा। साथ ही उपकरणों एवं दवाईयों के लिए भी जनसहभागिता से प्रयास करेंगे। इस अवसर पर पूर्व जिला आयुष अधिकारी डॉ एचआर नगीना ने दवाईयों की अनुपलब्धता एवं जर्जर भवनों की जानकारी दी।
