शाजापुर। जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं सुधरने की बजाय दिनों दिन बिगड़ती ही जा रही हैं और यही कारण है कि हर दिन कोविड केयर सेंटर की बिजली गुल होने से मरीजों को अंधेरे के बीच जिंदगी के लिए संघर्ष करने को मजबूर होना पड़ रहा है। जिम्मेदारों की उदासीनता का आलम यह है कि एक सप्ताह से अधिक समय से चल रही बिजली की आंख मिचौली को लेकर वे जरा भी गंभीरता दिखाने को तैयार नही हैं। नतीजतन भीषण गर्र्मी के दौर में मरीज हलाकान होते नजर आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि शाजापुर अस्पताल प्रतिदिन अव्यवस्थाओं को लेकर सूर्खियों में बना हुआ है और इसीके चलते कभी ऑक्सीजन तो कभी इंजेक्शन को लेकर बवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं बीते एक सप्ताह से शाजापुर के कोविड केयर सेंटर में बिजली गुल होने का सिलसिला जारी है, जिसकी वजह से पहले से परेशान मरीज और उनके परिजन और अधिक परेशान दिखाई दे रहे हैं। रविवार रात भी अव्यवस्थाओं के चलते कोविड केयर सेंटर की बिजली गुल हो गई। बिजली के गुल होने से ऑक्सीजन मशीनें बंद हो गईं और मरीज बेचैन हो उठे। परिजनों ने मरीजों को राहत पहुंचाने के लिए कपड़े आदि से हवा कर बेचैनी को दूर करने का प्रयास किया। कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों के परिजनों ने बताया कि प्रतिदिन रात के समय घंटों बिजली गुल रहती है। जिम्मेदारों से इस बाबत शिकायत की जाती है तो वे संतोषजनक जवाब देने की बजाय जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं। ऐसे में मरीज की जान पर आफत की तलवार लटकर रही है। मरीजों ने मांग की है कि घंटों बिजली गुल रहने की समस्या दूर की जाना चाहिए और अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं को भी दुरूस्त किया जाना चाहिए।
इनका कहना है
अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। मरीज ज्यादा हैं और स्टॉफ कम है। ऐसे में थोड़ी दिक्कत हो रही है। जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा।
-साहबलाल सोलंकी, एसडीएम शाजापुर।
