शाजापुर। जिला मुख्यालय का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले ग्राम बेरछा में भी अब अनाज मंडी के साथ आलू, प्याज, लहसुन की मंडी का भी संचालन होगा जो उसी परिसर में संचालित होगी। इसके लिए व्यापारियों और अधिकारियों की बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से 2 अगस्त से मंडी शुरू किए जाने का निर्णय लिया गया। इसके पहले बेरछा में केवल अनाज मंडी ही चलती थी और आलू-प्याज के व्यापारियों को जिला मुख्यालय आना पड़ता था, जिसके चलते बेरछा में ही आलू-प्याज और फल मंडी शुरू किए जाने की मांग की जा रही थी। गुरुवार को बेरछा की अनाज मंडी परिसर में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें जगह और सुविधाओं को लेकर चर्चा की गई। इसे लेकर व्यापारियों ने बताया कि मंडी में पर्याप्त जगह है और सुविधाएं भी हैं। यदि यहां आलू-प्याज और लहसुन मंडी की शुरूआत होती है तो व्यापारियों को काफी राहत मिलेगी। इस दौरान तहसीलदार ब्रजेश मालवीय, मंडी सचिव गोपाल पाटीदार, सीपी पाटीदार सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद थे।
26 व्यापारियों के बन चुके हैं लायसेंस
पहली बार शुरू हो रही मंडी को 2 अगस्त से शुरू किए जाने की बात कही जा रही है जिसका निर्णय भी बैठक में लिया जा चुका है। तो 26 व्यापारियों के लायसेंस भी बन चुके हैं जो मंडी में क्रय-विक्रय कर सकेंगे, जिन्हें अब जिला मुख्यालय या अन्य मंडियों में भटकने की जरूरत नहीं रहेगी।
लंबे समय से की जा रही थी मांग
पहली बार अनाज मंडी में आलू-प्याज और लहसुन मंडी की शुरूआत होने जा रही है। इसके लिए क्षेत्र के कई व्यापारी पहले से मांग करते आ रहे हैं, क्योंकि बेरछा का मंडी प्रांगण क्षेत्रफल में काफी बड़ा है और सुविधाओं की भी कोई कमी नहीं है, लेकिन कुछ कारणों के चलते यहां मंडी शुरू नहीं हो पा रही थी। जब यह मामला गर्माया और व्यापारियों ने मांग की तब बैठक का आयोजन किया गया और सर्वसम्मति से मंडी शुरू किए जाने का निर्णय लिया गया।
