शाजापुर। बिरसा मुंडा जयंती पर प्रदेश की राजधानी भोपाल में जनजातीय गौरव दिवस पर महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन को लेकर शाजापुर जिला प्रशासन द्वारा भी युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं और जिले से करीब दो हजार लोगों को बस के माध्यम से भोपाल ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कलेक्टर दिनेश जैन ने लोगों को ले जाने हेतु अधिकारियों को दायित्व भी सौंप दिए हैं। वहीं आदिवासी समाज के संगठन जयस द्वारा गौरव दिवस महासम्मेलन के विरोध का ऐलान कर दिया है और इसीके चलते संगठन के पदाधिकारी गांव-गांव भ्रमण कर समाज के लोगों को सम्मेलन में नही जाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि बिरसा मुण्डा जयंती 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा और इस दिन भोपाल के जम्बूरी मैदान में जनजातीय महासम्मेलन भी आयोजित होगा जिसमें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। महासम्मेलन में पूरे प्रदेश से समाज के लोगों को एकत्रित कर भोपाल ले जाने की जिम्मेदारी जिले के प्रशासन को सौंपी गई है। ऐसे में शाजापुर में प्रशासन द्वारा आदिवासी समाज के लोगों को सम्मेलन में ले जाने की योजना बनाई जा रही है, जबकि इसके उलट रविवार को जयस आदिवासी संगठन के पदाधिकारियों ने जिले के गांव-गांव जाकर महासम्मेलन का विरोध करने की समाज के लोगों से अपील की। कार्यकर्ताओं के साथ शाजापुर पहुंचे जयस संगठन के जिलाध्यक्ष सुनील भिलाला ने कहा कि सरकार को पता लग चुका है कि अब आदिवासी समाज के लोग भी एकजुट हो गए हैं। ऐसे में सरकार वोटों की राजनीति करने के लिए महासम्मेलन आयोजित कर रही है, परंतु अब समाज के लोग शिक्षित हो चुके हैं वे सरकार के झांसे में नही आने वाले हैं। जिलाध्यक्ष का कहना है कि प्रदेश के नीमच में आदिवासी समाज के युवा की वाहन से घसीटकर दबंगों द्वारा हत्या कर दी गई, किंतु मामले में कोई कठोर कार्रवाई सरकार ने नही की। इसीके साथ देश-प्रदेश में आए दिन आदिवासी समाज के लोगों पर अत्याचार किए जाते हैं, लेकिन मामले में सरकार कार्रवाई नही करती है। भिलाला ने बताया कि जिले के समाजजनों से महासम्मेलन में नही जाने की अपील की गई है और इसीके चलते अब महासम्मेलन में शामिल होने के लिए समाज का एक भी व्यक्ति जिले से भोपाल नही जाएगा। शाजापुर में जयस संगठन के पदाधिकारियों का समाजसेवी राधेश्याम मालवीय, प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी जिलाध्यक्ष राजेश गोयल ने जय भीम का नारा लगाते हुए समर्थन किया।
